Friday, December 13, 2019

दामाद ने बेटी से मिलने से रोका तो हाईकोर्ट तक गईं मौसमी चटर्जी, लेकिन वह नींद में ऐसी सोई कि कभी उठ न सकी

बॉलीवुड डेस्क. मौसमी चटर्जी और उनकी बेटी पायल सिन्हा की कहानी भावुक करने वाली है। पायल करीब डेढ़ साल तक कोमा में रहने के बाद दुनिया को अलविदा कह गईं। लेकिन अपने पीछे अपनी मां का वह असफल संघर्ष छोड़ गईं, जो उन्होंने उन्हें बचाने के लिए किया था। नवंबर 2018 में मीडिया में यह चर्चा खूब रही थी कि मौसमी और उनके पति जयंत मुखर्जी ने अपनी बेटी की देखभाल की इजाजत के लिए बॉम्बे हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। क्योंकि उनका दामाद डिकी सिन्हा और उसका परिवार उन्हें ऐसा करने से रोक रहा था। हालांकि, डिकी ने कोर्ट में बयान दिया था कि उन्होंने कभी पायल के परिवार को उन्हें देखने से नहीं रोका।

जब टूट गई पायल के पैरेंट्स और बहन की आश

ऑथर और कॉलमनिस्ट भारती एस. प्रधान ने अपने एक आर्टिकल में मुखर्जी परिवार का दर्द बयां किया था। उन्होंने लिखा था, "अप्रैल 2017 से मैं हेमंत कुमार (दिवंगत म्यूजिक कंपोजर, जिन्होंने 50 -70 के दशक तक बॉलीवुड में संगीत दिया) की मार्मिक स्थिति को बेहद करीब से देखती आ रही हूं। हेमंत दा की पोती और जयंत (बाबू) की बेटी पायल डायबिटिक कोमा में चली गई और अस्पताल में भर्ती भी रही। यह बेहद दुखद है। उनके पैरेंट्स और बहन मेघा ने सतर्कता बरतते हुए उसकी देखभाल करते रहे। क्योंकि वह इससे बाहर आ गई थी। लेकिन एक हैमरेज के चलते उसके ब्रेन की सर्जरी करनी पड़ी। इसके बाद उसे कभी होश नहीं आया। वह तब से कोमा में है।"

पायल और डिकी। फोटो क्रेडिट - इंस्टाग्राम।

भारती ने आगे लिखा है, "जब डिकी सिन्हा से पायल की शादी हुई और सन एंड सैंड (मुंबई का होटल) में सेलिब्रेशन चल रहा था, तब किसी को अंदाजा भी नहीं था कि यह पार्टनरशिप कितनी ट्रेजिक होने वाली है या पायल, मौसमी और बाबू (जयंत) को इसकी क्या कीमत चुकानी होगी। पायल के परिवार ने जब उसे लम्बे समय तक लगातार कोमा की स्थिति में देखा, तब उन्हें अहसास होना शुरू हुआ कि उनकी बेटी इस हालत में कैसे पहुंची।

फोटो क्रेडिट - इंस्टाग्राम।

बकौल भारती, "जिंदादिल और गर्मजोशी से भरी वह लड़की, जो ड्रिंक या कुकीज में खुश रहती थी, वह अंदर ही अंदर दूर जा रही थी। उसने कभी अपने पैरेंट्स से को यह बताया कि दामाद के रूप में उन्होंने जिस आदमी पर भरोसा किया, वह वाकई वैसा नहीं था, जैसा वे सोच रहे थे। सच्चाई उसे तोड़ रही थी, लेकिन उसने एक समलैंगिक के साथ जिंदगी गुजारते हुए इसे कवर किया।"

भारती आगे लिखती हैं, "डिज्नी के साथ उसने कई साल तक बहुत अच्छा काम किया। लेकिन अचानक उसे नौकरी से निकाल दिया गया। भारी मधुमेह से जूझ रहीं पायल के लिए इस आघात का सामना करना मुश्किल था। यह उसकी डायबिटिक कोमा में जाने की शुरुआत थी।"

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भारती के मुताबिक, "इन महीनों में मैंने कई बार अस्पताल और घर जाकर पायल से मुलाकात की। उसके पैरेंट्स को सांत्वना दी। इस दौरान मैंने अपने दामाद के प्रति उनका मोहभंग होते हुए भी देखा। जब पायल कोमा में चली गई, तब बाबू ने दुखी होते हुए कहा- इस उम्र में हमें वहां (पायल की जगह) होना चाहिए था और उसे हमारी चिंता करनी चाहिए थी। किसी माता-पिता को इस दौर से न गुजरना पड़े।"

22 साल की उम्र में मां को किया था प्रोड्यूस

पायल ने 1997-98 के बीच सोनी टीवी पर टीवी सीरियल 'विरुद्ध' को प्रोड्यूस किया था। इसमें उनकी मां मौसमी चटर्जी की अहम भूमिका थी। उस वक्त पायल की उम्र 22 साल थी। 2010 में उन्होंने बिजनेसमैन डिकी सिन्हा से शादी की।



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