Wednesday, February 26, 2020

थप्पड़

बॉलिवुड ऐक्ट्रेस लगातार अलग-अलग जॉनर की फिल्में कर रही हैं। उनकी इन फिल्मों में उनकी भूमिकाओं को काफी सराहा भी जा रहा है। नाम शबाना, पिंक, मुल्क, बदला, मिशन मंगल और सांड की आंख जैसी फिल्में कर चुकीं तापसी 'मुल्क' के बाद अब एक बार फिर अनुभव सिन्हा की फिल्म '' में छा जाने के लिए तैयार हैं जो भारतीय समाज में महिलाओं के साथ होने वाली घरेलू हिंसा पर आधारित है। कहानी: अमृता (तापसी पन्नू) दिल्ली की रहने वाली एक लड़की है जिसका परिवार बेहद सपॉर्टिव है और वह क्लासिकल डांस में ट्रेंड है। अमृता अपने जीवन में बहुत आगे बढ़ सकती थी लेकिन उसने अपनी जिंदगी एक आदर्श पत्नी बनने के नाम कर दी है। अमृता का पति विक्रम (पवेल गुलाटी) एक बेहद महत्वाकांक्षी व्यक्ति है। अमृता अपने पति और फैमिली के लिए अपना डांस का पैशन छोड़ देती है। विक्रम अपनी असफलताओं की भड़ास अपनी पत्नी पर निकालता है। एक कॉर्पोरेट पार्टी में वह अमृता को सभी के सामने थप्पड़ जड़ देता है जो अमृता को नागवार गुजरता है। अमृता अपनी लड़ाई कैसे लड़ती है और महिलाओं के प्रति होने वाली हिंसा के प्रति समाज का नजरिया कैसा है, इसी पर है तापसी पन्नू की 'थप्पड़'। रिव्यू: अनुभव सिन्हा ने 'थप्पड़' एक ऐसे टॉपिक पर बनाई है जिस पर शायद ही हमारे समाज में बात की जाती है। घरेलू हिंसा किस तरह किसी महिला को भावनात्मक और मनोवैज्ञानिक तरीके से तोड़ देती है, फिल्म में इसी को बेहद गहराई से दिखाया गया है। अक्सर महिलाएं ऐसी हिंसा को घर को ज्यादा जरूरी मानते हुए नजरअंदाज कर देती हैं लेकिन क्या आदमियों पर इसका जरा सा भी फर्क पड़ता है, इस पर यह फिल्म चर्चा करती है। ऐसा नहीं है कि विक्रम अपनी पत्नी से प्यार नहीं करता लेकिन अपनी महत्वाकांक्षाओं में वह उसे बिल्कुल नजरअंदाज कर देता है। ट्रेलर देखकर सभी जान गए होंगे कि फिल्म पूरी तरह से तापसी की है। एक आदर्श पत्नी से तापसी का कैरक्टर एक थप्पड़ के बाद एकदम इंटेंस हो जाता है जो उन्होंने बखूबी निभाया है। तापसी ने इस गंभीर किरदार को बखूबी निभाया है और उनके संवाद निश्चित तौर पर आपके दिल को झकझोर देंगे। बिना मेकअप वाले इस किरदार में तापसी के चेहरे पर आपको दर्द, घृणा और पछतावे के सारे भाव आपको एक साथ दिखाई देंगे। फिल्म में विक्रम से आप नफरत करेंगे और इसी से पता चलता है कि पवेल गुलाटी ने अपना किरदार बेहतरीन तरीके से निभाया है। कुमुद मिश्रा हमेशा की तरह अमृता के पिता के तौर पर बेहतरीन अदाकारी दिखाकर जाते हैं। फिल्म का म्यूजिक इसके टॉपिक के मुताबिक है। अनुभव सिन्हा ने कितनी मेहनत की है यह आपको फिल्म देखते हुए पता चल जाता है। क्यों देखें: अगर आपको लगता है कि शादी में सबकुछ चलता है, तो एक बार इस फिल्म को जरूर देखें।


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