
अनुपम खेर लॉकडाउन का पालन करते हुए घर में ही वक्त बिता रहे हैं। खुद को व्यस्त रखने के लिए वे सोशल मीडिया का सहारा ले रहे हैं। कभी वे कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने वाली पोस्ट साझा करते हैं तो कभी अपनी भावनाओं को शब्दों में पिरोकर प्रशंसकों के सामने पेश करते हैं। ऐसी ही कुछ भावनाओं को उन्होंने अपनी नई कविता में पिरोया है, जो उन्होंने अपने फैन्स का हौसला बढ़ाने के लिए लिखी है।
जीतने की उम्मीद जिंदा रख: अनुपम
अनुपम अपने ताजा वीडियो में कविता पढ़ रहे हैं। वीडियो में बोले गए शब्दों को उन्होंने कैप्शन में भी जोड़ा है। अनुपम लिखते हैं, "जमीर जिंदा रख, कबीर जिंदा रख...सुल्तान भी बन जाए तो, दिल में फकीर जिंदा रख। हौसले के तरकश में कोशिश का वो तीर जिंदा रख...हार जा चाहे जिंदगी में सब कुछ, मगर फिर से जीतने की वो, उम्मीद जिंदा रख।"
सोशल मीडिया यूजर्स को पसंद आ रही कविता
अनुपम की यह कविता सोशल मीडिया यूजर्स को खूब पसंद आ रही है। कई यूजर कविता में ही जवाब दे रहे हैं तो कई उनके शब्दों की तारीफ कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा है, "उम्मीद बोलने को बहुत छोटा शब्द है, पर पूरी दुनिया इसी पर कायम है। सब कुछ बनो पर ये याद रखना, तुम धरती के मालिक नहीं, मेहमान हो।" एक अन्य यूजर ने लिखा, "आपका हर वचन मनमोहक लगता है।" एक यूजर का कमेंट है, "सुपर सर।"
ऋषि और इरफान को भी याद किया
शुक्रवार को अनुपम ने एक वीडियो शेयर किया था, जिसमें वे और बिट्टू (उनके बचपन का नाम) अभिनेता ऋषि कपूर और इरफान खान को याद करते दिखाई दे रहे थे। उन्होंने कैप्शन में लिखा था, "कभी कभी यह सिर्फ जिंदगी का जश्न है, जो जिंदगी के शोक में तब्दील हो सकता है। यहां देखिए बिट्टू और अनुपम ने अपने खास दोस्तों इरफान और चिंटूजी (ऋषि) को कैसे याद किया।"
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